Thursday, September 26, 2013

राम ने रामसेतु नष्ट कर दिया था...

राम ने रामसेतु नष्ट कर दिया था.....?
अटल जी की सरकार ने राम सेतु से नहर बना समुद्री मार्ग खोलने का फ़ैसला किया था। अरे भाई गलती हर किसी से होती है, अब अटल जी से गलती हुई तो इसका मतलब थोड़े कि नराधम कांग्रेस उसका बहाना बना कर श्रद्धेय रामसेतु को तोड़ दे। राम सेतु परियोजना का नाम आते ही हर संघी आज कल भावविह्वल हो मृत्यु शय्या पर पड़े दशरथ की तरह 'हा राम' चीत्कार उठता है। ऐसा लगता है कि जाने-माने राम सेतु टूट गया तो ये ऊपर जाकर भगवान राम को क्या मुंह दिखायेंगे। भगवान अपना सेतु न बचा पाने के अपराध से कुपित होकर इनको सीधा खौलते तेल के कड़ाही में फ़ेंकवा देंगे। आप ही सोचिये कि बाबरी मस्जिद गिराने के संचित पुण्य से स्वर्गाधिकारी हो चुका हर संघी स्वर्ग में विजय माल्या टाइप सुरा सुंदरी में तर होने का टिकट पा चुका था, अचानक अपने नर्क में धकेले जाने की संभावना से कितना हकबकाया हुआ होगा। कल तरूण विजय का राज्य सभा में भाषण सुनते समय मुझे लगा रहा था कि अब धार-धार रोये कि तब।

अच्छा मैं तो कोई वैज्ञानिक नही हूं, शुद्ध राम भक्त हूं। जिसको शंका हो वह आकर मुझसे धारोधार रामरक्षा स्त्रोत रामचरित मानस का पाठ सुन सकता है। अब उम्र के इस पड़ाव पर मैं कम्युनिस्ट भी नहीं हो सकता। जहां कोई कष्ट हुआ नहीं कि मुंह से आप ही आप 'हे राम' निकल जाता है। और राम भक्त होने के नाते मैं इनको शास्त्रार्थ पर भी आमंत्रित कर चुका हूं कि भाई रामसेतु ये है ही नहीं। पहली बात तो नल नील ने राम लिख कर चट्टान पेड़ आदि को समुद्र में तैराया था। सो रामसेतु पानी में तैरने वाला सेतु था जमीन से जुड़ा हुआ नहीं। यह भौगोलिक संरचना राम सेतु हो ही नहीं सकती। दूसरे लंका विजय के बाद विभीषण ने प्रभु से विनती की - 'प्रभु श्री राम यह सेतु मेरे राज्य पर सतत खतरा बना रहेगा, आपके नाम के प्रभाव के कारण इसे नष्ट भी नहीं किया जा सकता। केवल आप ही इसे नष्ट कर सकते हैं।' इस पर प्रभु श्री राम ने इस सेतु को नष्ट कर दिया था। रामायण में यह स्पष्ट दिया हुआ है। लेकिन संघियों और उनके बाबू जी मोहन बैटरी को तो दिल्ली फ़तह करना है वे तो गधे को भी बाप बना सकते है। एक सज्जन हमसे बोले कि भले ये वह राम सेतु नहीं पर राम उसी रास्ते से लंका गये थे सो वह हमारे लिये पूजनीय है। हमने कहा फ़ेर अयोध्या से लेकर लंका तक पूरा रास्ता पूजनीय हुआ कि नहीं। काहे रेलवे लाइन, रोड, नहर बनने दिये, भाजपा शासित राज्यों मे बना रहे हो? वह सज्जन खसक लिये।

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