Samar Anarya Ki Wall Se..
1984 में देश की राजधानी दिल्ली को हजारों सिखों के खून से रंग देने वाले
टाइटलरों, सज्जन कुमारों और उन्हें बचाने वाले राजीव गाँधियों को 29 साल
बाद भी सजा नहीं मिलती.
रथयात्रा निकाल पूरे देश को दंगों की आग में
झोंक देने वाले, बाबरी मस्जिद ढहा देने के अपराधी आडवाणी, उनकी पीठ पर
उछलती उमा भारती और बाकी गैंग को 21 साल बाद भी सजा नहीं मिलती.
हजारों मुसलमानों के कत्लेआम के जिम्मेदार मोदी को 11 साल बाद भी सजा नहीं मिलती.
2006 में ओडिशा में हजारों ईसाई आदिवासियों की हत्या के जिम्मेदारों को 7 साल बाद भी सजा नहीं मिलती.
लालू यादव को मिल जाती है.
देश में विधि का शासन है, कसम से. देश में लोकतंत्र है, कसम से.
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